Success Story: 12 साल की उम्र में हुई शादी और 2 रुपये की दिहाड़ी से शुरू किया काम, आज करोड़ों की मालकिन
रोपरखेड़ा, Success Story :- कल्पना सरोज महाराष्ट्र के गांव रोपरखेड़ा की निवासी रही हैं. वो अपनी जिंदगी में हर कदम पर इम्तिहान देती हुई आगे बढ़ी हैं जिसमें घरेलू हिंसा और समाज के ताने भी शामिल हैं. सब कुछ सहकर भी वह चट्टान की तरह मजबूत बनी रही. आज कल्पना सरोज एक सफल महिला उद्यमी के रूप में करोड़ों की मालकिन है. उन्होंने ₹2 दिहाड़ी से काम शुरू किया था. वह बचपन से ही पढ़ने लिखने की शौकीन थी लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उन्हें अपनी शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में लेनी पड़ी. हालांकि कुछ समय बाद उन्होंने पढ़ाई बंद कर दी.
10 साल बड़े व्यक्ति से कर दी गई थी कल्पना की शादी
दलित समाज से ताल्लुक होने पर उन्हें समाज के भेदभाव का सामना करना पड़ा. 12 साल की उम्र में कल्पना सरोज की शादी उनसे उम्र में 10 साल बड़े व्यक्ति से कर दी गई. मुंबई में रहकर उनकी जिंदगी नरक के समान हो गई थी. ससुराल के लोग उनके साथ घरेलू हिंसा और मारपीट करते थे.
Suicide करने की भी की थी कोशिश
मायके में भी उन्हें समाज के तानों का सामना करना पड़ा. परेशान होकर उन्होंने Suicide करने की भी कोशिश की. इतना कुछ सहने के बाद कल्पना कुछ करना चाहती थी. अब वह किसी पर बोझ नहीं बनना चाहती थी. उन्होंने होजरी बनाने वाली कंपनी में ₹2 दिहाड़ी से काम शुरू कर दिया. Financial Crisis की वजह से उन्होंने अपनी बहन का देहांत अपनी आंखों के सामने होते हुए देखा. इसके बाद उन्होंने ₹50,000 का कर्ज लेकर सिलाई मशीन खरीदी और अपना Boutique खोल लिया.
‘कमानी ट्यूब्स’ कंपनी की बन गईं मालकिन
22 साल की उम्र में उन्होंने फर्नीचर का Business शुरू करके एक स्टील व्यापारी के साथ दूसरा विवाह किया. एक बेटा और एक बेटी होने के बाद 1989 में उनके पति का निधन हो गया. कुछ समय में ही Supreme Court के फैसले से उनकी जिंदगी बदल गई. इनका नाम 17 साल से बंद पड़ी ‘कमानी ट्यूब्स’ कंपनी से जुड़ा था. Supreme Court ने कंपनी को Owners की बजाय Workers को चलाने की अनुमति दे दी. कल्पना ने कंपनी को कर्ज मुक्त कर दिया 2006 में कंपनी की मालकिन हो गई. कल्पना को पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. फिलहाल वह करोड़ों की मालकिन हैं.