Business IdeaLatest News

Business Idea: अपने खेत करे इस फूल की खेती, 30 साल तक होगी रहेगी मोटी कमाई

नई दिल्ली:- आजकल लोग छोटे-छोटे Business Idea अपनाकर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. आज हम आपको यहां एग्रीकल्चर से जुड़े एक ऐसे ही बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं जिसमें एक बार निवेश करके आपको कई सालों तक पैसों की दिक्कत नहीं होगी. हम आपको आज पलाश फूल की खेती के बारे में बताएंगे जिससे आप मोटी कमाई कर सकते हैं.

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

पलाश के फूलों की खेती

अगर आप ज्यादा कमाई देने वाली फसल ढूंढ रहे हैं तो आज हम आपको पलाश की खेती के बारे में बताते हैं. इस फूल को अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इस फूल में हालांकि कोई खुशबू नहीं आती , लेकिन इसमें बहुत से गुण पाए जाते हैं.

पलाश के फूल की खूबसूरती

पलाश का फूल अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यह फूल उत्तर प्रदेश (UP) का राजकीय फूल है. इसे कई नामों से पुकारा जाता है, जैसे- परसा, ढाक, सू, सुका, ब्रह्मवृक्ष और flame of forest आदि. इसकी खेती करके आप लाखों रुपए आसानी से कमा सकते हैं.

गुणों से भरपूर है पलाश का फूल

आपको बता दें कि दुनिया भर में पलाश के फूल जैविक रंगो के लिए मशहूर हैं. इस फूल के अलावा इसके बीज, फूल, पत्ते, छाल, जड़ और लकड़ी का भी इस्तेमाल किया जाता है. इससे बना हुआ आयुर्वेदिक चूर्ण और तेल भी काफी अच्छे दामों पर बिकता है. होली के रंग बनाने के लिए भी इस फूल का उपयोग किया जाता है. इस फूल की खेती उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, मानिकपुर, बांदा, महोबा और मध्य प्रदेश से जुड़े बुंदेलखंड में की जाती है. इसके अलावा झारखंड और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में भी इन फूलों की खेती होती है.

एक बार पौधे लगाने से होगी जीवन भर कमाई

हमारे देश के कई किसान पलाश के फूलों की खेती करके शानदार कमाई कर रहे हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से इस फूल की खेती में तेजी से कमी आई है. ऐसे में इस फूल की खेती करना एक सुनहरा मौका है. इस पौधे को लगाने के बाद 3-4 साल में फूल आने लगते हैं. आप चाहे तो प्रति एकड़ में 50 हजार की लागत से पलाश की बागवानी कर सकते हैं. एक बार पौधा लगाने के बाद आपको 30 साल तक इसको देखने की जरूरत नहीं होती और यह आपकी बंपर कमाई का जरिया बन जाता है.

पलाश के औषधीय गुण

पलाश के पेड़ से मिलने वाली हर एक चीज कई गुणों से भरपूर होती है. इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है. जानकारों की माने तो नाक, कान या अन्य किसी भी जगह से रक्तस्त्राव होने पर पलाश की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से काफी लाभ होता है. वहीं अगर पलाश के गोंद को मिश्री में मिलाकर दूध या आंवले के रस के साथ लेने से हड्डियां मजबूत होती हैं.

Rohit Kumar

हेलो दोस्तों मेरा नाम Rohit Kumar है. मैं खबरी राजा की टीम में बतौर कंटेंट राइटर अपनी सेवा दे रहा हूँ. इससे पहले मैंने अमर उजाला और Zee न्यूज़ राजस्थान में बतौर कंटेंट राइटर अपनी सेवा दी है. मैं पूरी मेहनत करके सच को आप तक सबसे पहले पहुँचता हूँ.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button