Farmer’s Scheme: अब किसानो के आएँगे अच्छे दिन, ‘हरे सोने’ की खेती से महज 3 महीने में ऐसे बनेंगे लखपति
नई दिल्ली, Farmer’s Scheme :- देश के काफी सारे राज्यों में लोग खेती करके अपना गुजारा करते हैं. किसानों के सामने इस वक्त आर्थिक तंगी बहुत बड़ी चुनौती है. ज्यादातर किसान Traditional Farming पर ध्यान देते हैं. पारंपरिक खेती से किसानों को Profit कम मिलता है. यही कारण है कि अब देश के किसान पारंपरिक फसल की जगह ऐसी फसलों की बुवाई कर रहे हैं जिन के बदले उन्हें अच्छा खासा मुनाफा मिलता है. किसानों के लिए अभी सबसे ज्यादा लोकप्रिय फसल Mentha की है. इसको किसान हरा सोना (Green Gold) भी कहते हैं. क्योंकि इस फसल से किसानों को पारंपरिक फसल के मुकाबले 3 गुना तक ज्यादा फायदा होता है.
किसान उगा रहे हैं सबसे ज्यादा हरा सोना
किसानों का कहना है कि मेंथा की फसल 3 महीने में पक कर तैयार हो जाती है. 10 एकड़ जमीन पर यह फसल उगाने से ही आपको लाखों रुपए मिलते हैं. मेंथा हर्बल प्रोडक्ट में आता है. मेंथा का Oil बनाया जाता है और जिसका इस्तेमाल अलग-अलग दवाओं में होता है. बाजार में मेंथा की मांग काफी बढ़ गई है.
ज्यादातर राज्यों में की जा रही है मेंथा की खेती
भारत में काफी सारे राज्यों में किसान मेंथा की खेती कर रहे हैं. मुख्य रूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पंजाब में मेंथा की खेती की जा रही है. कुछ किसान तो मेंथा का उत्पादन बहुत बड़े स्तर पर कर रहे हैं और हर साल इन किसानों को लाखों रुपए का फायदा हो रहा है. सरकार भी खेती को बढ़ावा दे रही है, ताकि छोटे- छोटे किसानों को भी इसके बारे में पता लगे और वह भी यह खेती करके अच्छा पैसा कमा सकें.
फरवरी के महीने में की जाती है मेंथा की खेती
किसान मेंथा की खेती February महीने में कर सकते हैं. फरवरी- मार्च और अप्रैल में यह फसल धीरे- धीरे पकड़ना शुरू हो जाती है. जून तक इस फसल की कटाई होती है. इस फसल से किसानों को काफी मुनाफा तो होता ही है और साथ में इस फसल के लिए किसानों को पारंपरिक फसलों की तरह ज्यादा देखभाल करने की जरूरत भी नहीं पड़ती है. मेंथा की फसल को बार- बार सिंचाई करने की भी आवश्यकता नहीं है. उत्तर भारत के किसान ज्यादातर मेंथा की फसल पर ही ध्यान दे रहे हैं.