पटेल इंजीनियरिंग: एक मजबूत विरासत के साथ आगे बढ़ती निर्माण कंपनी
27 मई 2025पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड (PEL) भारत की प्रमुख सिविल इंजीनियरिंग कंपनियों में से एक है, जिसने 1949 से देश के बुनियादी ढांचे के विकास में अहम भूमिका निभाई है। कंपनी की पहचान हाईवे, सुरंगों, बांधों, पुलों और औद्योगिक संरचनाओं जैसी विशाल परियोजनाओं के निर्माण में अपनी विशेषज्ञता के लिए होती है।
हालिया शेयर प्रदर्शन
27 मई 2025 को पटेल इंजीनियरिंग का शेयर 0.91% की गिरावट के साथ ₹41.53 पर बंद हुआ। दिन का उच्चतम स्तर ₹42.09 और न्यूनतम ₹41.22 रहा। कुल 46.27 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जबकि वॉल्यूम वेटेड औसत मूल्य (VWAP) ₹41.52 रहा। कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹3,506.69 करोड़ है। वर्तमान में इसका पी/ई अनुपात 14.15 और पी/बी अनुपात 0.87 दर्ज किया गया है।
वित्तीय प्रदर्शन
मार्च 2025 में समाप्त तिमाही में कंपनी की समेकित बिक्री ₹1,637.28 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही के ₹1,265.08 करोड़ से 29.42% अधिक है। पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में भी 19.13% की वृद्धि हुई है। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹34.71 करोड़ रहा। इस समय कुल 84 करोड़ शेयर बकाया हैं।
कंपनी का इतिहास और विकास
पटेल इंजीनियरिंग की स्थापना स्व. विट्ठलभाई गोबरभाई पटेल ने की थी। शुरुआत में कंपनी का ध्यान जलविद्युत और सिंचाई परियोजनाओं पर केंद्रित था। समय के साथ इसने सुरंगों, पुलों, राजमार्गों और औद्योगिक निर्माण जैसे क्षेत्रों में विस्तार किया।
कंपनी के प्रमुख मील के पत्थर इस प्रकार हैं:
-
2001: दो शेयरों पर एक बोनस शेयर और ₹10 प्रति शेयर लाभांश घोषित किया।
-
2005: ₹184 मिलियन की माइक्रोटनलिंग परियोजना प्राप्त की; सहायक कंपनी ने प्रतिष्ठित AON Build America पुरस्कार जीता।
-
2006: मिशिगन इंजीनियर्स का अधिग्रहण किया और ₹4470 मिलियन के ऑर्डर प्राप्त हुए।
-
2007: BMC से ₹144 करोड़ की परियोजना प्राप्त की; अरुणाचल में 100 मेगावाट हाइड्रो प्रोजेक्ट पर समझौता ज्ञापन।
-
2010-2011: केंद्र सरकार से कोयला लिंक की मंजूरी; मॉरीशस की सबसे बड़ी वॉटरफ्रंट परियोजना हासिल की।
-
2014-2016: ₹1,110 करोड़ से ₹2,376 करोड़ तक के नए ऑर्डर प्राप्त हुए, मुनाफे में 11% से अधिक वृद्धि।
-
2018: दो हाइड्रो और एक सुरंग परियोजना हासिल की।
संचालन और कार्यक्षेत्र
मुंबई, महाराष्ट्र स्थित इसका मुख्यालय भारत के विभिन्न क्षेत्रों में फैली शाखाओं के माध्यम से संचालन करता है। कंपनी की गतिविधियों में शामिल हैं:
-
जलविद्युत परियोजनाएं: बांध और टर्बाइन निर्माण।
-
सिंचाई परियोजनाएं: नहर और अन्य जल संरचनाएं।
-
सड़क निर्माण: राष्ट्रीय/राज्य राजमार्गों से लेकर ग्रामीण सड़कों तक।
-
पुल और सुरंग निर्माण: रेल, सड़क और जलमार्ग।
-
औद्योगिक इमारतें: फैक्ट्री, गोदाम और अन्य संरचनाएं।
-
पाइलिंग और नींव निर्माण: उच्च-स्तरीय संरचनाओं के लिए मजबूत आधार।
संसाधन और राजस्व स्रोत
कंपनी के पास अत्याधुनिक मशीनरी, अनुभवी मानव संसाधन और तकनीकी विशेषज्ञता का मजबूत आधार है। इसका राजस्व मुख्यतः निम्न स्रोतों से आता है:
-
निर्माण परियोजनाओं के लिए सेवा शुल्क,
-
मशीनरी किराये से प्राप्त आय,
-
परामर्श, डिज़ाइन और परियोजना प्रबंधन जैसी अतिरिक्त सेवाएं।
वित्तीय मजबूती
पिछले वर्षों में पटेल इंजीनियरिंग का मुनाफा लगातार बढ़ा है। मार्च 2022 में कंपनी ने ₹56.23 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया था, जो मार्च 2023 में बढ़कर ₹156.79 करोड़ हो गया। यह बढ़ोतरी कंपनी की परियोजनाओं की सफलता और वित्तीय अनुशासन को दर्शाती है।